भारत में सविधान सभा के गठन का विचार वर्ष 1934 में पहली बार M.N राव ने रखा | 1935 में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस ने पहली बार भारत के संविधान के निर्माण के लिए अधिकारिक रूप से संविधान सभा के गठन की मांग की |1938 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की तरफ से पंडित जवाहर लाल नेहरु ने घोषणा की कि स्वतन्त्र भारत के सविधान का निर्माण व्यस्क मताधिकार के आधार पर चुनी गयी संविधान सभा द्वारा किया जायेगा और इसमें कोई बाहरी हस्ताक्षेप नहीं होगा
नेहरु के इस मांग को अंतत ब्रिटिश सर्कार ने सैधानातिक रूप से स्वीकार कर लिया गया